CHAPTER: 1. बहादुर (पाठांत प्रश्न — उत्तर)
NIOS Class-10 GUIDE of HINDI Subject (CODE: 201)
प्रश्न 1. वाचक के लिए नौकर रखना किन कारणों से आवश्यक था? आपकी दृष्टि में क्या वे कारण उचित थे? उल्लेख कीजिए।
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प्रश्न 2. बहादुर कहानी के आधार पर मध्यवर्गीय परिवार की कुछ प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए।
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प्रश्न 3. जब बहादुर को अपने घर की याद आती थी तो वह क्या करता था?
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प्रश्न 4: बहादुर और किशोर के व्यवहार में अंतर के कारणों का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर: कहानी “बहादुर” में दो किशोर पात्र हैं—बहादुर और किशोर। दोनों की उम्र लगभग समान है, लेकिन उनके व्यवहार, सोच और दृष्टिकोण में गहरा अंतर है। यह अंतर केवल व्यक्तिगत प्रवृत्तियों का नहीं बल्कि सामाजिक, पारिवारिक और आर्थिक परिस्थितियों से उपजा है। लेखक अमरकांत ने इन दोनों पात्रों के माध्यम से वर्ग-चेतना और वातावरण के असर को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया है।
बहादुर का व्यवहार
बहादुर एक गरीब, निम्नवर्गीय नेपाली लड़का है, जो संघर्षशील वातावरण से आता है। बचपन से ही उसने अपनी माँ की मार झेली है, पशुओं को चराया है, जंगलों में फल और चिड़ियों के बच्चे ढूँढे हैं। उसका जीवन मुश्किलों से भरा रहा है, जिससे उसमें आत्मनिर्भरता, संवेदनशीलता और श्रम की प्रवृत्ति विकसित हुई है। वह अत्यधिक मेहनती है—सुबह से लेकर रात तक पूरे घर के काम करता है और किसी से शिकायत नहीं करता। साथ ही वह भावनात्मक रूप से बहुत जुड़ा होता है। वह निर्मला को “माता जी” कहता है और उसकी तबीयत का ख़्याल भी रखता है। बहादुर के संवादों में मासूमियत और विनम्रता दिखाई देती है, जैसे—“माँ-बाप का कर्ज़ा तो जन्म भर भरा जाता है।”
किशोर का व्यवहार
किशोर एक मध्यवर्गीय, सुविधाजनक जीवन जीने वाला लड़का है। वह नौकर रखने की वजह से खुद को अधिक शक्तिशाली और विशेष समझता है। उसके व्यवहार में अहंकार और अधिकार की भावना है। बहादुर की उम्र और क्षमता को नज़रअंदाज़ करते हुए वह उसे हर छोटी गलती पर डाँटता है, मारता है और अपशब्द तक कहता है—जैसे “कामचोर” या “सूअर का बच्चा।” किशोर को अनुशासन की परिभाषा हिंसा में दिखाई देती है।
दोनो के व्यवहार में अंतर के कारणों का विश्लेषण निम्नलिखित हैः
1. वर्गीय अंतर: बहादुर निम्नवर्ग से आता है; उसने जीवन की कठिनाइयाँ झेली हैं, इसलिए वह भावनात्मक रूप से परिपक्व है। किशोर मध्यवर्ग से है, और वह ज़िंदगी की सुविधाओं में पला है—उसे श्रम का मूल्य नहीं पता।
2. परिवार का दृष्टिकोण: बहादुर को परिवार की आर्थिक ज़िम्मेदारी का एहसास है, जबकि किशोर अपने घर में नौकर होने को विशेषाधिकार समझता है।
3. अनुभव और सहनशीलता: बहादुर ने अपने बचपन से ही दबाव और हिंसा सही है, जिससे उसका व्यवहार सहनशील और विनम्र है। किशोर को अनुशासन का मतलब ‘आदेश देना’ और ‘ग़लती पर दंड देना’ सिखाया गया है।
4. भावनात्मक जुड़ाव: बहादुर हर काम लगन और भाव से करता है, जबकि किशोर काम करवाने में भावनात्मक जुड़ाव नहीं दिखाता।
निष्कर्ष
इन दोनों पात्रों के बीच का अंतर समाज में वर्ग-विभाजन और परवरिश की प्रभावशीलता को दर्शाता है। बहादुर की संवेदनशीलता और किशोर का कठोरता भरा व्यवहार पाठकों को सोचने पर मजबूर करता है कि एक ही उम्र के दो बच्चे कैसे एक-दूसरे से इतना भिन्न हो सकते हैं। यह भेदभाव सामाजिक असमानता का प्रतिनिधि बनकर उभरता है।
प्रश्न 5: निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए:
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प्रश्न 6: बहादुर के व्यक्तित्व पर टिप्पणी कीजिए।
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प्रश्न 8: निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिएः—
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प्रश्न 9: निम्नलिखित शब्दों में से तत्सम, तद्भव, देशज और आगत शब्दों को छाँटिए — संतुष्टि, खेत, मलकाना, तकलीफ़, स्वच्छ, पेड़, शहर, तनख़्वाह।
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Reference
1. NIOS BOOKS
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